“जन्म कब लेना है और मरना कब है, हम डिसाइड नहीं कर सकते। पर कैसे जीना है...वो हम डिसाइड कर सकते हैं।”
“कहते हैं प्यार नींद की तरह होता है। धीरे-धीरे आता है और फिर एक दम से आपस में खो जाता है।”
कभी कभी शब्द दिल के हाल को ठीक से बयान नहीं कर पाते।”
“वो हर बात पर मजाक करता गया, हंसता गया, और मुझे जीना सिखाता गया। और धीरे-धीरे मेरे जीने की वजह बन गया।”
“जब कोई मर जाता है तो उसके साथ जीने की उम्मीद भी मर जाती है पर मौत नहीं आती”
“तुम्हारा इस तरह से इग्नोर करना तुम्हारे लिए मेरे एहसासों को नहीं बदल पाएगा।”
Apni khushi kisi aur mein hona bhi ek jazbaat hai
“कभी छोड़ कर नहीं जाएगी?”..”आखिर तक नहीं छोड़ूंगी”
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